मूल्यांकन के भाग हैं, गति की परास(चलावयता का मूल्यांकन), स्नायुविक परीक्षण (स्नायु क्रिया मूल्यांकन), अस्थि परीक्षण(जोड़ो के लिये), स्पर्श परीक्षा(मांसपेशी और जोड़ परीक्षण), मांसपेशी परीक्षण(मांसपेशी की कमजोरी का मूल्यांकन), मुद्रा, टांग की लम्बाई निरीक्षण(संरचना की जानकारी), और मेरुदण्ड की
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बकौल डाक्टर योहन्नान, निदेशक चिकित्सा सेवायें, मुख्य एन्स्थीज़िओलाजिस्त (अनेस्थेटिक पदार्थ देकर सर्जरी को कामयाब बनाने वाला चेतना-हारी माहिर) स्पर्श होस्पिटलने कई नौनिहालों को लिम्ब-लेग्थ्निंग गेजेट लगाया है, जिससे टांग की लम्बाई रोजाना एक मिलीमीटर बढ़ने लगी है, इनके पैर छोटे बडे हैं.